
भोपाल, शुक्रवार, 21 जून, 2024
बचपन के संगी मिले तो भीग गई मंत्री की आंखे, गले लग कर रो पड़ी महिलाए
प्रायमरी और मिडिल स्कूल में पहुंचकर बच्चो से अपने विचार साझा किए। इस दौरान उन्हें बचपन के संगी साथी मिले तो वे भावुक हो गए। इस मौके पर एक पल वह भी आया। जब एक वृद्धा उन्हे मिलकर गले लग गई। महिला पार्वती दहीकर वही महिला है जिसने सांसद और अब मंत्री की माता का प्रसव कराया था। जिसके बाद डीडी उइके जन्मे थे। इसी दौरान मंत्री को कार्यक्रम में महिला शांता चढ़ौकर भी मिली जो उनकी बचपन की सहपाठी थी। वह उनकी गुरु बहन भी है। सांसद जब दोनो महिलाओ से मिले तो महिलाओ और खुद सांसद की भी आंखे भीग गई। इस दौरान मंत्री श्री उईके ने अपने सहपाठी पंजाब का भी जिक्र किया। कि कैसे वे और आठ दस साथी पूरे गांव में घूमकर स्कूल आने के लिए बच्चो को इकट्ठा करते थे। उन्होंने वहां बैठे एक बुजुर्ग दुग्गा को अपना प्यारा मित्र बताते हुए बचपन की यादें साझा की। इस दौरान कई बार भावुक भी हुए।
केंद्रीय जनजातीय राज्यमंत्री डीडी उईके की बचपन के स्कूल की हुई यादें ताजा
कापसे । बैतूल में गुरुवार स्कूली – बच्चों के प्रवेशोत्सव के तीसरे और अंतिम दिन
मंत्री गांव में सीताराम धाडसे के घर भी पहुंचे। जिनके घर उनके पिता किराए से रहा करते नेताओ, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियो ने अलग थे। इस दौरान मंत्री 75 वर्षीय काशी बाई से भी अलग स्कूलों में जाकर स्कूली बच्चों को पढ़ाई के मिले जिहोने बचपन में उन्हे खिलाया था। उनके लिए प्रोत्साहित किया। केंद्रीय जनजातीय राज्यमंत्री बेटे पंजाब राव प्रायमरी में सांसद के साथ ही
अजय मशाल जिला ब्यूरो चीफ जितेंद्र डीडी उईके ने इस मौके पर अपने बचपन के पढ़े है।